hi फ्रेंड्स, मैं विनीता ग्वालियर से हु, आपको मैं आज एक कहानी कहने जा रही हु | मैंने अपने भाई से अपना मुह काला करवा लिया | मैं मम्मी की तरह पिघल गयी, जब मेरे छोटे भाई का लंड मेरे चूतड़ में सट रहा था, मैं कुछ भी नहीं कर पाई, मैं चुदना नहीं चाहती थी पर मैं मजचुत थी, मुझे मेरी हवस ने चुदने के लिए राजी कर लिया, खैर जो हो गया सो गया मैं चाहती हु की सब लोग मेरी कहानी पढ़े, मुझे भी अपनी कहानी लिखने के लिए साथी ने ही किया क्यों की यहाँ पर लोग सब अपनी कहानी पोस्ट करते है, मैं भी उनमे से जुड़ रही हु, ये मेरी पहली कहानी है |
मेरी उम्र २१ साल की है, ये कहानी अभी दो २० दिन पहले की है अभी यहाँ खूब तेज सर्दी पड़ रही है | मेरे घर में पापा मम्मी और मेरी एक छोटा भाई है. हर्ष, हर्ष देखने में खूबसूरत है, वो कॉलेज में पढता है १९ साल का हट्टा कट्टा लड़का है और मैं भी काम नहीं हु, क्यों की मेरी चूची को देखकर किसी का भी मन मचल जाता है और जब कोई मेरे चूतड़ को देखता है तो बिना मुठ मारे नहीं रह सकता है मैं हमेशा डिज़ाइनर ब्रा और पैंटी पहनती हु, वो की ३६ साइज का होता है, मेरे कई बॉयफ्रेंड है पर आज तक
बॉयफ्रेंड से चुदी नहीं हो, सील तो भाई ने ही तोडा है |
एक दिन हम दोनों भाई बहन T.V. पर मूवी देख रहे थे, सेट मैक्स पे, पापा मम्मी दोनों सोने चले गए थे, दोनों एक ही बेड पे बैठ के टी वी देख रहे थे, वो बेड मेरी ही था, भाई का बेड बगल वाला था, दोनों कब सो गए पता ही नहीं चला, रात को पता नहीं मुझे क्या हो गया था, मैं अपने भाई का लंड निकाल के सहला रही थी, उस समय मैं नींद में थी, पर जब नींद खुला तो मेरे पसीने पसीने हो गए मैं सोची की हे भगवान क्या हो गया है, मैंने तो अपने भाई के लंड को ही सहला रही थी, अगर वो जगा होगा तो क्या सोचेगा?
मैं हैरान थी, मैं चुपचाप घूमकर सो गयी, पर मैंने महसूस किया की मेरी भाई नहीं सो रहा था क्यों की उसकी साँसे और थूक घोटने की आवाज़ साफ़ साफ़ आ रही थी जिससे पता चलता था की वो नहीं सोया, मैं और भी शर्म से पानी पानी हो गयी |
करीब पंद्रह मिनट के बाद भाई मेरे तरफ घूम गया और मेरे गांड के बीच में अपना लंड लगा दिया जब वो शुरू में लगाया था तब ज्यादा पता नहीं चल रहा था पर थोड़े ही देर में उसका लंड मोटा और लंबा हो गया उसका लंड मेरे गांड के बीचो बीच में था, पर वो ना हिल रहा था ना मैं हिल रही थी, फिर भाई ने एक दो बार ऊपर नीच किया कपडे के ऊपर से ही, तो मैं बैचेन हो गयी, क्यों की आज तक मुझे किसी लंड का स्पर्श नहीं हुआ था, धीरे धीरे मैं कामुक होने लगी, मैंने अपने गांड को भाई के तरफ दबाब दिया, और सोने का नाटक करने लगी, भाई ने अपने एक टांग मेरे ऊपर चढ़ा दी और अपने लंड को निकाल कर मेरे दोनों जांघ के बीच में घुसा दिया, फिर उसने हाथ आगे करके मेरे टी शर्ट के निचे से जाके मेरे बूब को ब्रा के ऊपर से ही दबाने लगा |
मैं चुप चाप थी, फिर वो पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया और मेरे बड़े बड़े बूब्स को अपने हाथ में लेके दबाने लगा, उसकी साँसे तेज चल रही थी, मैं तब तक सोने का नाटक कर रही थी मेरी तो चुत पानी पानी हो रहा था |
मुझे लग रहा था की मैं ही उसके ऊपर चढ़ जाओ और उसका मोटा लंड को अपने चुत में घुसा लू, फिर वो मेरी निचे का ट्रैक सूट और पैंटी को निचे खिसका दिया और गांड के छेद को और कभी चुत के छेद को सहलाने लगा, चुत से बार बार मैं पानी छोड़ रही थी, उसको भी समझ आ गया था की मैं सोयी नहीं जग गयी हु, पर क्या करे वो भी, आग और मम्मी का सवाल है |
फिर उसने पीछे से मेरे
चुत के ऊपर लंड को रखा और एक बार कोशिश किया डालने की पर गया नहीं, चुत मेरी टाइट था, आज तक
मैं चुदी नहीं थी किसी से, मुझे दर्द हो रहा था, चुदने का भी मन था इसलिए मैं भी उसके लंड के लिए जगह बना रही थी, वो फिर से तरय किया पर पूरा लंड अंदर नहीं गया करीब चार इंच लंड गया अंदर मुझे काफी दर्द होने लगी, आप यह कहानी मस्ताराम डॉट नेट पर पढ़ रहे है | मैंने महसूस किया की चुत का सील टूट चुका था, क्यों की वहा पर खून की तरह लग रहा था, भाई ने फिर से एक धक्का लगाया और पूरा लंड चुत में चला गया, फिर वो धक्के पे धक्का लगा रहा था मैंने भी गांड को सटाये जा रही थी और चुदवा रही थी, फिर वो मेरे ऊपर चढ़ गया और और दोनों टांगो को फैलाकर मुझे छोड़ने लगा |
मैं भी उसको अपनी बाँहों में भर ली और किश करने लगी और वो चोदे जा रहा था धक्के पे धक्का, जब वो धक्का लगाता था मैं करीब ६ इंच ऊपर पहुंच जाती फिर निचे आती, उसने मेरे चूच में हाथो से कभी मुह में लेके चूसे जा रहा था, मैंने भी उसको अपनी बाहो में जकड़े चुदवाये जा रही थी, करीब २० मिनट बाद वो झड़ गया मैं तो तीन बार झड़ चुकी थी, फिर दोनों एक दूसरे को पकड़ के सो गए |
पहली चुदाई का मज़ा पाने भाई से लिया, अब तो मैं रोज चुदती हु उससे इस महीने तो मेरी मासिक धर्म भी नहीं हुआ लगता है मैं प्रेग्ननेट हो गयी हु, पता नहीं आगे क्या होता है पर चुदाई रोज हो रही है मेरी, आपको कहानी कैसी लगी प्लीज निचे फेसबुक पे शेयर और स्टार पे रेट जरूर करे प्लीज, आपकी विनीता |
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